नई दिल्ली : भारत में लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर काफी गहमागहमी चल रही हैं। लोगोंं के बीच में चुनाव करने के लिए दो बड़े पक्ष हैं जिसमें एक है कामदार वहीं दूसरा है नामदार।
कामदार बनाम नामदार
मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कामदार के नाम से जाना जाता है क्योंकि उन्होंने भारत के अच्छे भविष्य के लिए कई बड़े काम किए हैं जिसमें हर गरीब की बैंक तक पहुंच बनाना और ग्रामीण इलाकों में शौचालय बनाने के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं को धुएं से आजादी दिलवाना शामिल है और वहीं आमदार के तौर पर भारत में कांग्रेस पार्टी को जाना जाता है जहां पर कांग्रेस पार्टी के अनुसार उनके भावी प्रधानमंत्री का उदय होने की बजाय जन्म होता है।
आपको बता दें कि भारत में कांग्रेस ने लगभग 55 से 60 साल राज किया है जिसमें कांग्रेस भारत की आम जनता को शौचालय तक की सुविधा भी उपलब्ध नहीं करा पाई थी और भारतीय सेना के उपकरण भी कांग्रेस के राज में काफी ज्यादा पुराने हो चुके थे। लेकिन जैसे ही भारत सरकार में कामदार नरेंद्र मोदी ने शपथ ली है उसके बाद से ही भारतीय जनता जिसमें गरीब लोग शामिल है उनके घरों में शौचालय का निर्माण कराया गया और उन्हें धुए से आजादी देने के लिए हर घर में प्रधानमंत्री प्रज्वल गैस योजना के तहत सिलेंडर दिए गए।
अभी हाल ही में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा जारी दस्तावेजों से पता चला है कि कामदार उर्फ नरेंद्र मोदी ने इनकम टैक्स में लगभग ₹85145 बतौर इनकम टैक्स भरे हैं और वहीं कांग्रेस पार्टी के युवराज और मौजूदा प्रमुख राहुल गांधी के ऊपर इनकम टैक्स के 249 करोड रुपए बकाया है।
नामदारों ने दिए अपने नाम
नामदारों की पार्टी उर्फ कांग्रेस ने भारत में कई सरकारी योजनाओं और सरकारी जगहों का नाम अपने अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के नाम पर रखा है चाहे वह हवाई अड्डा हो या फिर भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल रत्न पुरस्कार।
तो दोस्तों चुनाव आपको करना है कि आपको नामदारों के साथ जाना है या फिर कामदारों के साथ ? आपके पास सुनहरा मौका है कि आपको अपने बच्चों का भविष्य बनाना है या फिर नामदार पार्टी के बच्चों का ?
कामदार बनाम नामदार
मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कामदार के नाम से जाना जाता है क्योंकि उन्होंने भारत के अच्छे भविष्य के लिए कई बड़े काम किए हैं जिसमें हर गरीब की बैंक तक पहुंच बनाना और ग्रामीण इलाकों में शौचालय बनाने के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं को धुएं से आजादी दिलवाना शामिल है और वहीं आमदार के तौर पर भारत में कांग्रेस पार्टी को जाना जाता है जहां पर कांग्रेस पार्टी के अनुसार उनके भावी प्रधानमंत्री का उदय होने की बजाय जन्म होता है।
आपको बता दें कि भारत में कांग्रेस ने लगभग 55 से 60 साल राज किया है जिसमें कांग्रेस भारत की आम जनता को शौचालय तक की सुविधा भी उपलब्ध नहीं करा पाई थी और भारतीय सेना के उपकरण भी कांग्रेस के राज में काफी ज्यादा पुराने हो चुके थे। लेकिन जैसे ही भारत सरकार में कामदार नरेंद्र मोदी ने शपथ ली है उसके बाद से ही भारतीय जनता जिसमें गरीब लोग शामिल है उनके घरों में शौचालय का निर्माण कराया गया और उन्हें धुए से आजादी देने के लिए हर घर में प्रधानमंत्री प्रज्वल गैस योजना के तहत सिलेंडर दिए गए।
अभी हाल ही में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा जारी दस्तावेजों से पता चला है कि कामदार उर्फ नरेंद्र मोदी ने इनकम टैक्स में लगभग ₹85145 बतौर इनकम टैक्स भरे हैं और वहीं कांग्रेस पार्टी के युवराज और मौजूदा प्रमुख राहुल गांधी के ऊपर इनकम टैक्स के 249 करोड रुपए बकाया है।
नामदारों ने दिए अपने नाम
नामदारों की पार्टी उर्फ कांग्रेस ने भारत में कई सरकारी योजनाओं और सरकारी जगहों का नाम अपने अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के नाम पर रखा है चाहे वह हवाई अड्डा हो या फिर भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल रत्न पुरस्कार।
तो दोस्तों चुनाव आपको करना है कि आपको नामदारों के साथ जाना है या फिर कामदारों के साथ ? आपके पास सुनहरा मौका है कि आपको अपने बच्चों का भविष्य बनाना है या फिर नामदार पार्टी के बच्चों का ?
कामदार या फिर नामदार ? इन दोनों के बीच बड़े अंतर को जानकर आप रह जाएंगे हैरान
Reviewed by Newsecart
on
August 12, 2021
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